Topic: राग होरी (Rag Hori)
Book: Sat Granth Sahib of Garib Das Ji
Page: 924
Explanation: Sant Rampal Ji Maharaj | Satlok Ashram
Page 934 - Sat Granth Sahib
मन राजा खेलन चल्या रंग होरी हो, त्रिबैंनी के तीर राम रंग होरी हो। पांच सखी नित संग हैं रंग होरी हो, बैठे पुरूष कबीर राम रंग होरी हो।।1।। इला पिंगुला मध्य है रंग होरी हो, बीचि सुषमना घाट राम रंग होरीहो। शिब ब्रह्मा बिसनु खेलहीं रंग होरी हो, सनकादिक जोहैं बाट राम रंग होरीहो।।2।।...