Topic: Katha of Kagbhusand
Chapter: Aadi Puran
Book: Sat Granth Sahib of Garib Das Ji
Page: 407
Explanation: Sant Rampal Ji Maharaj | Satlok Ashram
Kagbhusand ki Katha | Audio mp3
Story of Kagbhusand, Lomas Rishi and Garuda
बूझै गरुड़ भुशंड बियाना, मोसे कहो भेद बिधि नाना। बचन सुशील दृष्टि अनुरागा, देवतकी देह द्वार मुखकागा। ृ कलंगी तीन शीश तिस साजै, शब्द कुलाहल हरखि निवाजै। मधुकर बैंन सुनत हो शांति, कहो भुशंड याकी उत्पाति। गरीब, मधुकर बैंन बिलास बौह, सुख सागर आनंद। तहां वहां सुरति लाईले, सुनत कटै सब फंद।।41।।.....